अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.51 पर खुला, जो पिछले सत्रों में 83.45 पर था
SEBI ने क्यों फोड़ा Mutual Funds का बुलबुला? Mutual Fund पर SEBI के एक्शन ने कैसे दिलाई 3 दशक पहले के US की याद? SEBI को क्यों पड़ी म्यूचुअल फंड्स के स्ट्रेस टेस्ट की जरूरत? SEBI को म्यूचुअल फंड की दाल में क्या काला नजर आया? क्या निवेशकों के पैसे को खतरनाक निवेश में झोंक रहे थे म्यूचुअल फंड्स? Mutual Fund से जुड़े इस तरह के तमाम सवालों के जवाब के लिए देखें यह इकोनॉमिकम.
पिछले कारोबारी सत्र (शुक्रवार) में रुपया 48 पैसे की गिरावट के साथ 83.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 83.13 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.30 प्रति डॉलर पर स्थिर खुला.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.28 प्रति डॉलर पर खुला था.
इससे पहले रुपया इस साल 24 नवंबर को अपने सबसे निचले स्तर 83.40 पर बंद हुआ था.
रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.34 पर बंद हुआ था
श्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.10 फीसद गिरकर 81.69 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.
सऊदी अरब और रूस की नजदीकियों से तेल के बाजार में क्या बड़ा होने वाला है? क्या तेल की अर्थव्यवस्था से अमेरिकी डॉलर की विदाई शुरु हो गई है? क्या पेट्रो युआन का दौर आने वाला है? क्या दुनिया के बाजारों को ईंधन की महंगाई की नई खुराक दे दी गई है? तेल उत्पादक देशों की नई जुटान से क्या होगा? ब्रिक्स का नया स्वरूप क्या दुनिया का नया ओपेक बनने जा रहा है? जानने के लिए देखें इकोनॉमिकम का लेटेस्ट एपिसोड